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बुखार क्यों होता है ?

बुखार क्यों होता है ?


बुखार कोई बिमारी नहीं है। क्योंकि बुखार हर किसी को किसी भी समय शरीर में बुखार हो जाता है। परन्तु बुखार क्यों होता है, ये जानना बहुत जरूरी है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी को बुखार होता है। क्योंकि जब शरीर में किसी तरह के संक्रमण,बिमारी,सुजन,हो जाता है। उस समय शरीर इन सभी कारणों से शरीर को बचाने के लिए शरीर ने शरीर के तापमान को बढ़ा देता है।और बड़े हुए तापमान को ही बुखार(Fever) कहते है। 

एक स्वस्थ व्यक्ति का शरीर के तापमान कितना होता है ?

एक स्वस्थ व्यक्ति का शरीर के तापमान कितना होना चाहिए। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी में शरीर के तापमान में एक समान होता है। जैसे में की एक स्वस्थ व्यक्ति के तापमान 97•F से लेकर 99•F (37•C से लेकर 39•C) होना चाहिए। क्योंकि जब शरीर के तापमान 99•F से बढ़ कर 100•F हो जाता है, तब जाकर शरीर के तापमान बढ़ जाता है। और बढ़े हुए तापमान को ही बुखार ( Fever) कहते है। 

किन-किन कारणों से शरीर में बुखार होता है ?

बुखार एक नॉर्मल बीमारी है। क्योंकि शरीर में बुखार बहुत सारे कारणों से होता है। जैसे में की 1) इन्फेक्शन 2) सूजन 3) टाइफाइड/मलेरिया/डेंगू जैसे बीमारियां, 4)  टिका लगने के बाद, 5) हीट स्ट्रोक ( Loo लगना) 6) डीहाइड्रेशन और थकान 

इन्फेक्शन (Infection)

शरीर में इन्फेक्शन के कारण भी बुखार होता है। क्योंकि शरीर में जब किसी कारण इन्फेक्शन होती है,तब जाकर शरीर के तापमान अपने नॉर्मल तापमान से बढ़कर अलग एक तापमान बढ़ जाता है, और बढ़े हुए तापमान को ही बुखार के नाम से जाना जाता है। और इन्फेक्शन भी अलग अलग तरह के होते हैं। जैसे में इस तरह है 

1) वाइरस के कराण ( जैसे में की- सर्दी, खांसी, डेंगू,कोरोना)
2) बैक्टीरिया के कराण ( जैसे में की -टाइफाइड, ट्यूबरक्लोसिस,फंगस, पैरासाइट)

2) सुजन के 

 कारण(inflammation)

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी को बुखार होता है। क्योंकि एक्सपर्ट के मुताबिक शरीर में सुजन होने से शरीर के तापमान बढ़ जाता है। क्योंकि जब शरीर में किसी जगह चोट एवं किसी जगह कट जाने से शरीर में सुजन होने के सम्भावना बढ़ जाता है। जिसके चलते शरीर में बुखार आने के सम्भावना अधिक बढ़ जाता है। इसलिए शरीर में सुजन होने के कारण शरीर में बुखार यानी शरीर के तापमान बढ़ जाता है। और बढ़े हुए तापमान को बुखार कहते हैं। 

3) टाइफाइड/मलेरिया/डेंगू जैसी बिमारियां।

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी को अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आपको हमेशा ही अपने आप में सतर्क रहना पड़ता है। लेकिन जब शरीर को स्वस्थ रखने में सफल हो जाते हैं। उस समय शरीर में वाइरस घुस जाता है। जिसके चलते शरीर में टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू जैसी खतारनक बिमारियां शरीर में उत्पन्न हो जाती है। यह भी एक तरह से बुखार होता है। पर सभी वाइरस शरीर के तापमान को बढ़ा देता है। और बढ़े हुए तापमान को ही बुखार के नाम से जाना जाता है।इन सभी वाइरस में बुखार बार-बार आता जाता है। एवं ठंडी और कंपकंपी के साथ शरीर में बुखार आता है। 

4) टिका लगने के बाद 

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों जब शरीर में टिका दिया जाता है। लेकिन टिका लेने से शरीर में बुखार आने के सम्भावना बढ़ जाता है। पर ये जरूरी नहीं की हर किसी को टिका लगने के बाद बुखार आता है। परन्तु किसी -किसी को टिका लेने के बाद बुखार आता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक टिका लेने के बाद बुखार आने के सम्भावना रहता है। 

5) हिट स्ट्रोक (Loo)

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी को हिट स्ट्रोक लग सकता हैं। क्योंकि हर कोई अपने-अपने काम से बहार निकलना पड़ता है। लेकिन जब शरीर में हिट स्ट्रोक के मतलब होता है शरीर में लू (Loo) लगना, यानी जब गर्मी में तेज धुप रहता है उस समय बहुत तेज धुप के कारण बहार लू चलता है जिसके चलते शरीर में हिट स्ट्रोक लगने के डर बना रहता है। इसलिए शरीर में तेज धुप के कारण ही लू लगने से शरीर में बुखार होने के संभावना बढ़ जाता है। 

6) डीहाइड्रेशन और थकान 

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी में डीहाइड्रेशन और थकान के समस्या उत्पन्न होने के सम्भावना रहता है। क्योंकि जब शरीर में पानी के मात्रा कम हो जाता है।और शरीर जब कमजोर हो जाता है, जिसके चलते शरीर में डीहाइड्रेशन और थकान महसूस होने लगता है। जिसके कराण शरीर में कभी कभार बुखार आने के सम्भावना बढ़ जाता है।

शरीर में बुखार क्यों जरूरी है ?(what is the need of fever in the body?)

एक दम सही बात है, अपने शरीर के लिए बुखार होना या शरीर में बुखार आना एक दम से शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योंकि शरीर में बुखार आने से शरीर के अंदर उत्पन्न होने वाले वाइरस एवं बहार से अटैक करने वाले बैक्टीरिया से लडने के लिए शरीर में बुखार होना बहुत ही जरूरी होता है। क्योंकि जब शरीर में वाइरस उत्पन्न हो जाती है उस समय शरीर के अंदर उत्पन्न होने वाले वाइरस को बुखार ही लड़कर उस वाइरस को मार देता है जिसके चलते शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक शरीर में बुखार होना बहुत जरूरी है। परन्तु तीन दिन से ज्यादा रहने पर शरीर के लिए सही बात नहीं है।

बुखार में कब डाक्टर के पास जाना चाहिए ? (When should one go to the doctor for fever ? )


यह एक बहुत अहम सवाल ये है कि जब शरीर में बुखार हो जाता है या बुखार आ जाता है। तब अपने को डाक्टर के पास कब जाना चाहिए। या नहीं जाना चाहिए। ये सब जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ना पड़ेगा। चलिए जानते हैं कि शरीर में बुखार आने से डाक्टर के पास कब जाना चाहिए।

जब शरीर में बुखार आ जाता है। तब अपने सब को निम्नलिखित उपाय करने चाहिए। जैसे में की 

1) शरीर में बुखार आने से कम से कम दीन के बाद डाक्टर से सम्पर्क कर सकते हैं। क्योंकि जब शरीर से तीन दिन तक बुखार नहीं जाता है। उस समय आपको डाक्टर से दिखा लेना चाहिए। क्योंकि तीन दिन बाद वाले बुखार कोई मामूली बुखार नहीं होता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष हर किसी को तीन दिन के बाद डाक्टर से सलाह लें। 

2) जब शरीर में कंपकंपी एवं ठंडी लेकर बुखार आ रहा होता है। तब आप जल्दी से डाक्टर दिखा लेना चाहिए। क्योंकि ठंडी लेकर बुखार आना कोई मामूली बुखार नहीं होता है। 

3) जब आपको उल्टी,सिर दर्द, बेहोशी हो रही है। तो तूरंत डाक्टर से सम्पर्क कर लेना चाहिए। क्योंकि जब आपके शरीर में बुखार के समय में सारे चीजें हो रहा हो ।

4) जब शरीर में बुखार रहता है। उस समय आपके शरीर में लाल दाने निकल रहा होता है,या सांसें लेने में दिक्कत हो रही है। तो तूरंत डाक्टर से सम्पर्क कर लेना चाहिए। 

शरीर में बुखार होने से शरीर में क्या लक्षण दिखाई देता है ?


एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी के शरीर में बुखार आता है। परन्तु जब शरीर में बुखार होता है तब शरीर में क्या लक्षण दिखाई देता है। जैसे में की 

1) सिर दर्द होना 
2) पुरी बदन दर्द होने लगता है।
3) कंपकंपी एवं ठंडी लेकर बुखार आना।
4) पसीना आना 
5) भूख कम लगना। 
6) बच्चों में चिड़चिड़ापन देखने मिलता है।

शरीर में बुखार होने पर घरेलू उपाय क्या करने चाहिए ?

एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं हो या पुरुष एवं बच्चों सभी को अपने शरीर में बुखार आता है। परन्तु जब शरीर में बुखार आ जाता है। तो अपने सब को बुखार से बचने के लिए घरेलू उपाय क्या सब करने चाहिए। 

चलिए जानते हैं बुखार से बचने के लिए घरेलू उपचार निम्नलिखित करने चाहिए जैसे में की 

1) बुखार में खुब पानी एवं तरल पदार्थ पीने चाहिए।
2) आराम करने चाहिए।
3) हल्के एवं पोष्टीक भोजन सेवन करने चाहिए।
4) माथे पर पट्टी करने चाहिए।
5) डाक्टर के बिना पुछे बुखार में पैरासिटामोल टैबलेट नहीं लेना चाहिए। और एंटीसेप्टिक दवाई अपने मर्जी से नहीं लेना चाहिए। क्योंकि हर बुखार एक जैसे नहीं होते हैं। 

निष्कर्ष: - 

बुखार कोई बहुत बड़ी बिमारी नहीं है। बुखार होना भी शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक माना जाता है, क्योंकि शरीर में बुखार होने से शरीर को पाता लगता है की शरीर में वाइरस उत्पन्न हुआ है। इसलिए शरीर में उत्पन्न वाइरस को मारने के लिए शरीर के तापमान बढ़ जाता है। और बढ़े हुए तापमान को बुखार कहा जाता है। 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई दावों की health paswanblog live पुष्टि नहीं करता है। केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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 लेकिन टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू इन सभी में तेज बुखार के साथ ही साथ बहुत कंपकंपी एवं ठंडी लेकर बुखार आता है। एवं इन तीनों ही वाइरस में बार-बार बुखार आता है और जाता है। 


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