टाँक्सिन क्या होता हैं ओर टाक्सिन शरीर में कैसे बनता है चलिये जानते है इस लेख के माध्यम से हम सब हर दिन सुबह-शाम हम जो भि खाते -पिते वह भोजन पचाने का काम शरीर के पंचान तंत्र करता है उसी समय कुछ टाक्सिन भी निकलता है पर यह टाक्सिन एक तरह से विसैलय पद्राथ होता है जो की हमारे शरीर के बहार ओर शरीर के अन्दर नुकसान करता है इसे टाँक्सिन कहते है शरीर से टाँक्सिन को बहार कोन करता है ? टाँक्सिन तो एक जहरिला प्रदाथ है जो की हमलोग शरीर को नुकसान पहुँचता है पर टाँक्सिन शरीर से बहार निकालने का काम लीवर ओर किडनी करता है परन्तु हर समय शरीर का शीशटम काम नहीं कर पाता जिसके कराण शरीर में कभी कभार टाँक्सिन थोडा बहुत रह जाता है जिसके चलते चहरे पर कील,मुहासे निकलने लगता है टाँक्सिन बढने से शरीर में क्या लक्षण दिखाई देता देता है टाँक्सिन बढने से शरीर में कुछ-कुछ लक्षण दिखाई देता है जैसे की ( 1) फैस पर कील,मुहासे हो जाना (2) एसीडिटी ओर गैस बनना (3) लीवर के आस-पास दर्द होना (4) खाने का मन नहीं करना ( 5) पेट में सुजन होना (1) फैस पर कील ओर
Maheshliv.blogspot. com There are 4 types of paralysis जादा नमक खानें से भी लकवा बिमारी होता है ? शराब का नशा कितने देर तक रहता है ? बालों में साबुन लगाने से बचें नहीं तो गजें हो जायें गें ब्लड केसंर Blood cancer क्यों होता और किसे होता है सहरा इण्डिया रिफण्ड प्रोटल क्या है ?মদের অন্য নাম কি?