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बालों में साबुन लगाने से बचें नहीं तो गंजे हो जायें गें?

हम सब को बालों में साबुन नहीं लगाने चाहिए। नहीं तो समय से पहले ही गजें हो जा सकते हो। क्योंकी एक्सपर्ट के मुताबिक साबुन में एल्कलाइन एक केमिकल पाया जाता है, जिसके कारण हम सब का बाल रफ हो जाता है। साथ ही साथ बाल स्कैल्प और ड्राई होने के डर बना रहता है। और इस तरह बाल बहुत ज्यादा पतला हो जाता है ।और साबुन लागने से बहुत ज्यादा संख्या में हर दिन बाल टुटता रहता है। और हम सब गजें पन का शिकार हो जाते है। इसलिए बालों साबुन लागने से बचें। बालों को हेल्दी और स्वस्थ रखने के लिऐ ये सब खाने चाहिएं ?   Table content   1)   प्लाक साग          2)  अण्डा            3) अमरुद            4) चिकन      5)  नट्स        6) स्वीट आलु        7 ) दालें              8)  गाजर         9) निंबु       10)आलसी का बीज     1) प्लाक साग:- प्लाक साग हमेश...

छठ पर्व करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते हैं इसके पीछे क्या कारण है ?

छठ पर्व करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते इसके क्या कारण है ?  छठ पर्व  करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते इसके क्या कारण है। सबसे पहले ये जानें की हिन्दू धर्म में सबसे अधिक पवित्र और शुद्ध पर्व माना गया है,क्योंकि ये पर्व बहुत ही विश्वाश और आस्था के प्रतीक माना जाता है ।इसलिए आज से नहीं बहुत सदी यों से तीन दिन तक बिना पानी पियें ,छंट पर्व करने वाले  व्रतधारी को ये परम्परा निभाने पड़ते हैं।नहीं तो छंट व्रत सफल नहीं हो पाय गा , और इसके परिणाम भी अच्छा नहीं होता है । क्योंकि अगर कोई छंट करने वाले व्रतधारी तीन दिन के अंदर गलती से पानी पी लेता है तो उसे और उसके परिवार को भी शरीर में बहुत सारे कष्ट  उठाने पड़ते हैं। यही हमारी छटी मईया के अपरम्पार लीला है। और यही सत्य है कि जो लोग छंट पर्व करते हैं उन सभी छठव्रतियों को माता के कृपा से तीन दिन तक बिना पानी पीयें स्वस्थ और मस्त रहते हैं। सबसे पहले छंट पर्व किसने किया था ? सबसे पहले छंट पर्व किसने किया था। ये बहुत रोचक बातें है , क्योंकि आज के समय में पुरी दुनिया जानने चाहते हैं कि आखिर ये छंट पर्व किसने सबसे पहले मनाया था...

अदरक के चाय पीने से पचान तंत्र मजबूत होता है ?

 अदरक के चाय पीने से पचान तंत्र मजबूत होता ? एक्सपर्ट के मुताबिक जो सब लोग अपने-अपने घरों में अदरक के चाय पीते है। उन सब के पचान तंत्र मजबूत होता है, इसलिए जो लोग चाय पीने के शोकिन है , उन सब को हमेशा ही अदरक के चाय पीने चाहिए। क्योंकि अदरक में वे सब गुण मौजूद हैं। जिसके चलते अदरक चाय पीने से पचान तंत्र मजबूत होता है ,और अदरक बहुत आसानी से मिल भी जाता है। क्योंकि हर किसी के घर में अदरक रहता है , और अदरक चाय पीने से केवल पचान तंत्र ही नहीं बल्कि बहुत सारे छोटे -छोटे बिमारी से निजात मिलती है। जैसे में सर्दी-जुकाम, गले में खराश, और पेट में दर्द इत्यादि  अदरक के चाय पीने से क्या -क्या फैदा मिलता है ?  एक्सपर्ट के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति हमेशा ही अदरक के चाय पीते है। तो उन सब को क्या -क्या फैदा मिलता है इन सब जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा जैसे में  (1) अदरक चाय पीने से पेट में कब्ज़ नहीं बनता है (2) अदरक चाय पीने से गैस नहीं बनती है (3) अदरक चाय पीने से पचान तंत्र मजबूत होता है  (4) अदरक चाय पीने से ऐशीडेटी नहीं बनता है (5) अदरक चाय पीने से शरीर के ...

Who will get employment after the construction of Ram temple?

  Who will get employment after the construction of Ram temple? This is a big question. To know this question, you all will have to read this entire article because this question is running in the mind of many people, after all, who will get benefit after the construction of the temple. Is it done? First of all let us know which people got affected after the construction of the temple like (1) Taxi and Auto Rickshaw (2) Eradication Shopkeeper's(3) Flower seller's(4) Hotel owner's 5) Guest house owner's(6) Fruit seller's(7) Clothes shop owner's(8) Tour travel owner's Of (9) Laborers who work, of all. (10) Pandit ji who worships in the temple, of all. 1) Benefit of taxi and auto rickshaw drivers First of all, let us know that the distance from the Ayodhya temple to the railway station is about 5 kilometers, hence the people who will come to the Ayodhya temple for the darshan of Shri Ram Lala, if they travel by train, then all those people will have to come to ...

பீர் ஒரு மதுபானமா?

  பீர் ஆல்கஹாலா? இந்த கட்டுரையின் மூலம், பீர் ஒரு மதுபானமா இல்லையா என்பதை அறிவோம், ஆனால் பல நிபுணர்களின் கூற்றுப்படி, பீர் ஒரு மதுபானம், ஏனெனில் பீர் தயாரிக்கும் போது, ​​அதில் ஆல்கஹால் சேர்க்கப்படுகிறது, எனவே பீர் ஒரு மதுபானம் என்றும் அழைக்கப்படுகிறது. பீர் மற்றும் ஒயின் வித்தியாசம் என்ன? மதுபானம் என்று அழைக்கப்படுவதற்கு இடையேயான வித்தியாசம் என்னவென்றால், பீர் ஒயினுடன் ஒப்பிடப்படுகிறது. பீர் தயாரிக்கப்படுவதால் ஆல்கஹாலின் அளவு குறைவாகவே காணப்படுகிறது இதைச் செய்யும்போது, ​​​​ஆல்கஹாலின் அளவு குறைவாகக் கொடுக்கப்படுகிறது பீர் குடிப்பதில் மக்கள் ஆர்வம் காட்டுகின்றனர்.பீரில் மதுவின் அளவு குறைவாக இருப்பதால், மதுபானம் போன்ற தீமைகளை ஏற்படுத்துவதால், பீர் குடித்த பிறகு போதை குறைகிறது. பீரில் எவ்வளவு சதவீதம் ஆல்கஹால் கொடுக்கப்படுகிறது? பீரில் எவ்வளவு ஆல்கஹால் கொடுக்கப்படுகிறது? நிபுணர்களின் கூற்றுப்படி, பீர் தயாரிக்கும் போது, ​​​​பீரில் சேர்க்கப்படும் ஆல்கஹால் அளவு 4% முதல் 6% வரை இருக்கும், எனவே பீர் குடிப்பவர்களுக்கு அதிக போதை ஏற்படாது, ஆனால் இது அவ்வாறு இல்லை பீரால் எந்த பாதிப்பும் இல்லை என...

बीयर क्या शराब है ?

 बीयर क्या शराब है ? इस लेख के माध्यम से जानने के कोशिश करें गेंद की बीयर क्या शारब है या नहीं । पर बहुत सारे जानकारों के हिसाब से बीयर भी एक शारब है, क्योंकि बीयर को भी तैयारीयां करते समय अल्कोहल की मात्रा बीयर में डाला जाता है। इसीलिए बियर भी एक शराब कहलाता है। बियर और शराब में क्या अंतर है ? बियर और शराब में कोई ज्यादा अतंर नहीं है। क्योंकि दोनो ही शराब कहलाता है। पर फर्क इतना है की शराब के तुलना में अल्कोहल की मात्रा बियर में कम पाया जाता है। क्योंकि  बियर को बनाते समय अल्कोहल की मात्रा कम दिया जाता है। इसलिए जो लोग बीयर पीने के शोंकीन होते है, उन लोगों को बियर पीने के बाद नशा कम होता है। क्योंकि बीयर में अल्कोहल की मात्रा कम पाया जाता है, पर नुकसान शराब के तरह ये भी करता है। बियर में कितना प्रतिशत% अल्कोहल दिया जाता है ? बियर में कितने मात्रा में अल्कोहल दिया जाता है ा एक्सपर्ट के अनुसार बियर तैयार करते समय बियर में अल्कोहल की मात्रा 4%से लेकर 6%तक डाला जाता है। इसलिए जो लोग बियर पीते है,उन लोगों को अधिक नशा नहीं होता है। पर इसका मतलब ये नहीं की बियर से नुकसान नहीं ...