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यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को (चाय-काॅफी) कम पीने चाहिए ?

यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही चाय-कॉफी कम पीने चाहिए ?


चलिए जानते हैं इस लेख के माध्यम से क्यों यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में ही चाय-कॉफी पीने चाहिए। एक दम सही बात है की यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में ही चाय-कॉफी पीने चाहिए। क्योंकि दुध और चिनी से बने हुए चाय-कॉफी पीने से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। क्योंकि दुध एवं चिनी में प्यूरीण नामक केमिकल पाया जाता है। और प्यूरीन के कराण ही शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है।जिसके चलते शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता। इसलिए यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में ही चाय-कॉफी पीने चाहिए। 

यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को ग्रीन टी पीने चाहिए ?

जी हां एक दम सही बात है जो लोग यूरिक एसिड से ग्रस्त हैं। उन सब को हमेशा ही ग्रीन टी पीने चाहिए। क्योंकि ग्रीन टी पीने से शरीर में यूरिक एसिड नहीं बनता है। क्योंकि ग्रीन टी में प्यूरीन के मात्रा ना के बराबर पाया जाता है। इसलिए यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को ग्रीन टी ही पीने चाहिए। और ग्रीन टी पीने से आपके शरीर के प्यूरीन नामक केमिकल को भी कम करता है। जिसके चलते आपके शरीर में जो यूरिक एसिड बनता है।उस यूरिक एसिड को किडनी छान कर यूरीन के रास्ते से बाहर निकाल देता है। 

यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को कॉफी पीने चाहिए ?

जी हां, यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को काॅफी पीने चाहिए पर दुध एवं चिनी वाले काॅफी पीने से बचना चाहिए। क्योंकि दुध एवं चिनी में प्यूरीन के मात्रा अधिक होती है। जिसके चलते शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। और जड़ों में दर्द होने लगता है। इसलिए शरीर में यूरिक एसीड ज्यादा मात्रा में नहीं बने, इसलिए आप हमेशा ही बेलक काॅफी के सेवन करें। 

क्या पीने से यूरिक एसिड के स्तर कम होती है ?

यूरिक एसिड कोई बहुत बड़ी बिमारी नहीं है। परंतु जब हम सब प्यूरीन खाद्य पदार्थ ज्यादा मात्रा में सेवन करने लगते हैं। उसी समय अपने शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। जिसके चलते शरीर के जोड़ों और गांठों में दर्द होने लगता है। इसलिए दुध से बने चाय-कॉफी के जगह अपने सब को 

(1) ग्रीन टी पीने चाहिए।
(2) बेलक काॅफी पीने चाहिए।
(3) हार्बल टी पीने चाहिए।

1) ग्रीन टी 

जानकारों के मुताबिक जब शरीर में यूरिक एसिड के मा अधिक होती है। उस समय हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में ही दुध से बने चाय के जगह, ग्रीन टी पीने चाहिए क्योंकि ग्रीन टी पीने से शरीर में यूरिक एसिड के स्तर कम होता है। एवं ग्रीन टी पीने से मेटाबॉलिज्म भी अच्छा हो जाता है। 

2) बेलक काॅफी 

बहुत सारे लोग काॅफी पीने के बहुत ज्यादा ही शोकिन होते हैं।
परंतु जो लोगों यूरिक एसिड से परेशान रहते हैं। उन सब को हमेशा ही दुध से बने कॉफी को हमेशा ही अवार्ड करने चाहिए। क्योंकि दुध से बने कॉफी में फैट के मात्रा अधिक होती है। जिसके चलते शरीर मोटा हो जाता है,और शरीर मोटा होने से किडनी अपना कार्य सही से नहीं कर सकते हैं। क्योंकि किडनी बढ़े हुए यूरिक एसिड को शरीर से बहार नहीं निकाल पाते हैं। जिसके चलते शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। इसलिए आप हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में बेलक काॅफी के सेवन करें।

3) हार्बल टी 

यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही हार्बल टी के सेवन करने चाहिए। क्योंकि हार्बर टी सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड नहीं बढ़ता है। जैसे में की अदरक, तुलसी, इत्यादि से बने हुए हार्बल टी के सेवन करने चाहिए।

F Q A :? चाय-काॅफी से जुड़े सामान्य प्रशन:-

? दुध और चिनी से बने हुए चाय-काॅफी पीने चाहिए ?

जी हां,दूध और चीनी से बनी चाय-काॅफी पीने चाहिए। परंतु हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में पीने चाहिए। क्योंकि ज्यादा मात्रा में अगर आप दूध और चीनी से बनी हुए चाय-कॉफी पीते हैं। तो शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। इसलिए यूरिक एसिड से ग्रस्त लोगों को हमेशा ही पर्याप्त मात्रा में ही दुध और चिनी से बने हुए चाय-काॅफी पीने चाहिए। 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई दावों की health paswanblog live पुष्टि नहीं करता है। केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


और आप लोगोंको को मेरा blogging. अच्छा लग रहा है तो please इसे सैयर कर सकते है ।


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