महिलाओं के बच्चेदानी क्यों खराब होते हैं ?
महिलाओं को हमेशा ही समाज में एक देवी के रूप में देखा जाता है क्योंकि महिलाएं के बिना समाज को आगे बढ़ाया नहीं जा सकता है आज देश में बहुत सारे डॉक्टर, पुलिसकर्मी, इंजिनियर इत्यादि हैं कहने के मुताबिक सबसे पहले ये सारे काबिल लोग पहले अपने मां के पेट के बच्चेदानी में नो महीने पलते हैं उसके बाद बच्चेदानी से बाहर आते हैं ओर दुसरी बात जिस बच्चेदानी में बच्चे नो महीने पहले रहते हैं वह कभी-कभी किसी भी महिला के बच्चेदानी क्यों खराब हो जाता है मतलब उस बच्चेदानी में सुजन आ जाता है ओर क्यों आ जाता है ये सब जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा गया
बहुत सारे कराण से महिलाओं के बच्चेदानी खराब होने के चांस रहता है जैसे कि
(1) बहुत सारे महिलाएं खराब लाइफस्टाइल में जीते हैं
(2) प्रगेन्सी होने के कुछ ही दिन बाद में भारी वजन के समान उठा लेना
(3) अधिक से ज्यादा समय तक पिरीयड होने से
(4) शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होने से
(5) महिलाओं में थायराइड बिमारी होने से
(6) तुंरत डेलिवरी के बाद सेक्स नहीं किया जा सकता है
(1) बहुत सारे महिलाएं खराब लाइफस्टाइल में जीते हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक बहुत सारे महिलाएं अपने जीवन को हमेशा ही खराब लाइफस्टाइल में जीते हैं जिसके चलते महिलाओं के बच्चेदानी में सुजन आ जाता है मतलब खराब लाइफस्टाइल मीन्स कम उम्र से ही बिंडी-सिगेरेट , अल्कोहल पीने लगती हैं जिसके चलते महिलाओं के बच्चेदानी में सुजन आने के डर बना रहता है
बहुत सारे महिलाऐं के डेलिवरी होने के कुछ ही समय या कुछ दिन बाद वह ना समझ के कराण अपने घरों में काम करने लगतीं हैं ओर भारी वजन के समान उठा लेती हैं जिसके चलते महिलाओं के बच्चेदानी में सुजन आने के डर बना रहता है और इस तरह के मामले भारत के गांव -देहात से ज्यादा ही सुनने मिलता है क्योंकि अब के तुलना पहले के महिलाएं कम समझ रखतीं थीं इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं को हमेशा ही बच्चे जन्म देने के बाद कम से कम छः महीने तक भारी काम -काज नहीं करना चाहिए।
एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं को मासिक धर्म समय से अधिक दिनों तक होने से बच्चेदानी में सुजन आने के डर बना रहता है जैसे कि मान लें कि किसी महिला को मासिक धर्म 4 चार दिन तक रहता है लेकिन वही समय 4 चार दिन के जगह अगर मासिक धर्म 6 दिन तक रहता है तो मैडिकल सांइस के मुताबिक महिलाएं के बच्चेदानी में सुजन आने के डर बना रहता है इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक समय रहते इलाज करा लें नहीं तो बच्चेदानी के सुजन बढ़ सकता है ।
(4) महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन होने से।
एक्सपर्ट के मुताबिक जब महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन होने से मासिक धर्म यानी जो कि हर महीने जो पीरियड होता है वह पीरियड हार्मोनल परिवर्तन होने के कराण बंद होने का चांस रहता है इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं को हमेशा ही अपने शरीर के प्रति जागरूक रहना चाहिए ओर वजन भी बढ़ने लगता है जिसके चलते महिलाओं के बच्चेदानी में सुजन आने वाले खतरा रहता है।
(5) महिलाओं में थायराइड के कारण।
बहुत सारे महिलाएं एवं लड़कीयों में थायराइड बिमारी के शिकार हो जाते हैं जिसके चलते महिलाओं को हमेशा ही अपने शरीर को स्वस्थ रखने वाले आहार लेना चाहिए क्योंकि जब किसी कराण शरीर में थायराइड बिमारी पकड़ने लगता है जिसके चलते महिलाओं के बच्चेदानी में सुजन आने के भी डर बना रहता है इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं को हमेशा ही थायराइड बिमारी से बचना चाहिए।
(6) तुरंत डेलिवरी के बाद सेक्स नहीं किया जाना चाहिए।
एक्सपर्ट के मुताबिक बहुत सारे महिलाएं ना समझ के कारण डेलिवरी होने के बाद तुरंत अपने पति के साथ सेक्स नहीं करना चाहिए क्योंकि एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं को डेलिवरी होने के बाद कम से कम 3 से 4 महीने तक सेक्स नहीं किया जा सकता है क्योंकि डेलिवरी होने के बाद महिलाओं के योनि ढीली रहती है इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक जब तक महिलाओं के योनि में कसावट नहीं बनता तब तक नहीं सेक्स करना चाहिए। नहीं तो बच्चेदानी में सुजन आ सकते हैं
महिलाओं के बच्चेदानी दानी कहां स्थित होते हैं ?
महिलाओं के शरीर को ईश्वर ने बहुत खूबसूरती और कोमल तरीके से ईश्वर ने बनाया है इसलिए समाज में महिलाओं को देवी के रूप मानते हैं और सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि महिलाओं के बच्चेदानी शरीर में कहां स्थित है तो मैडिकल सांइस के मुताबिक महिलाएं के शरीर में बच्चेदानी ठीक मुत्राशय के पीछे ओर मलाशय के ठीक सामने स्थित होते हैं मतलब बहुत सरल भाषा में समझें महिलाएं के जो शरीर के बनावट होता है उसके मुताबिक जहां मुत्राशय मतलब पेशाब वाले जगह के ठीक पीछे रहता है और जहां मलाशय मतलब बाथरूम वाले जगह के एकदम समाने महिलाओं के बच्चेदानी होते हैं। ओर बच्चेदानी तीन परतों के भागों से बना रहता है इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं के बच्चेदानी बहुत ही ज्यादा ही मजबूत होता है।
महिलाओं के बच्चेदानी देखने में कैसा होता है?
महिलाओं को ईश्वर ने बहुत खूबसूरती से बनाया है इसलिए महिलाओं को समाज में देवी के रूप मानते हैं ओर महिलाओं के बच्चेदानी देखने में कैसा होता है यह जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा जैसे में की एक्सपर्ट के मुताबिक महिलाएं के बच्चेदानी देखने में नाशपाती के समान होता है और बच्चेदानी के उपर के चोड़ी भाग के हिस्से को फंडस कहते हैं ओर निचले वाले पतले भाग को इस्थमस कहते हैं ।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई , दावों की paswanblog live पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल. सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
और आपलोगों को मेरा blogging. अच्छा लग रहा है तो please इसे सैयर कर सकते है और ये जानकारी किसी को मदद करें गा
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