बच्चों को एमिनीया बिमारी क्यों होता है ?
बच्चों को एमिनीया बिमारी क्यों होता है। क्यों होता है ये सारे जानकारी लेने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा। तभी आप जान एवं समझ पायेंगे कि आखिर बच्चों को एमिनीया बिमारी क्यों पकड़ते हैं।
क्यों एमिनीया बिमारी बच्चों को होते हैं ?
एक्सपर्ट के मुताबिक बच्चों को एमिनीया बिमारी होने के बहुत से कराण माना जाता है। और सबसे मुख्य कारण बच्चों के शरीर में आरयण कमी के कराण ही एमिनीया नामक बिमारी बच्चों के शरीर में पकड़ने लगता है। क्योंकि जब शरीर में आयरन कम होने लगता है उस समय शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं मतलब लाल रक्त शरीर में कम बनने लगता है। जिसके चलते शरीर के पुरे हिस्से में आक्सीजन सही नहीं पहुंच पाते। इसलिए शरीर में आयरन नहीं बनता, जिसके चलते बच्चों को एमिनीया बिमारी होता है। लाल रक्त कोशिका ही पुरे शरीर में आक्सीजन पहुंचाने के काम करते हैं।
किन -किन कारणों से बच्चों में आयरन कम होने लगता है ?
एक्सपर्ट के मुताबिक किन -किन कारणों से बच्चों के शरीर में आयरन कम होने लगता है। चलिए जानते हैं इस लेख के माध्यम से
1) पोशटीक आहार भोजन नहीं लेने से।
एक्सपर्ट के मुताबिक जो बच्चे प्रयाप्त मात्रा में पोशटीक आहार नहीं लेते हैं, उन सब बच्चों में आयरन कम होने लगता है। जिसके चलते शरीर में एमिनीया नामक बिमारी होने के डर बना रहता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक हमेशा ही अपने बच्चों को आयरन से भरपूर फल एवं सब्जियां खिलाने चाहिए।
2) बच्चे जब गाय का दुध ज्यादा पीते हैं ?
एक्सपर्ट के मुताबिक जो बच्चे बहुत ज्यादा मात्रा में गाय के दुध पीते हैं। उन सब बच्चों के शरीर में आयरन कम होने लगता है। जिसके चलते शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं सही से नहीं बन पाते हैं। और उन सब बच्चों में आयरन नामक बिमारी पकड़ने लगता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक कम उम्र वाले बच्चों को गाय दूध ज्यादा नहीं पिलाने चाहिए। जो बच्चे का उम्र एक साल से कम होता है। उन सब बच्चों को गाय के दुध ज्यादा नहीं पिलाने चाहिए। नहीं तो शरीर में आयरन की कमी होने लगता है।
3) समय से पहले बच्चे जन्म लेना ?
एक्सपर्ट के मुताबिक जो बच्चे समय से पहले ही जन्म ले लेता है। उन सब बच्चों में शरीर के विकास सही से नहीं होता। और साथ ही साथ शरीर में आयरन भी सही से नहीं बनता, जिसके कारण शरीर में एमिनीया नामक बिमारी पकड़ने के डर बना रहता है। इसलिए जब कोई महिलाएं प्रेगनेंट रहती है उस समय एक्सपर्ट के मुताबिक उन सब महिलाएं को हमेशा ही पोशटीक आहार भोजन खाने चाहिए। ताकि उस महिला के बच्चे और महिला दोनों ही स्वस्थ रह सके। और शरीर में आयरन मिल सके।
4) शाकाहारी बच्चों में आयरन की कमी होता है ?
एक्सपर्ट के मुताबिक जो बच्चे हमेशा ही शाकाहारी भोजन खाते हैं। उन सब बच्चों के शरीर में आयरन की कमी देखी जाती है। क्योंकि शाकाहारी भोजन में लोहे के अंश कम मिलते हैं। जिसके कारण बच्चों के शरीर में आयरन की कमी होने लगता है । और जब शरीर में आयरन कम होने लगता है। उस समय आयरन कमी होने के कराण, शरीर में होमोग्लोबींन खुन कम बनने लगता है। जिसके चलते शरीर में आयरन भी कम होने लगता है। और बच्चों में एमिनीया नामक बिमारी होने लगता है।
बच्चों को हर दिन कितने आयरन शरीर में होने चाहिये ?
एक्सपर्ट के मुताबिक छोटे बच्चों को शरीर में कितने आयरन होने चाहिये। एक्सपर्ट के मुताबिक हर दिन सात 7 महीने से लेकर 12 महीने तक के बच्चों को शरीर में 11 मिली ग्राम आयरन मिलने चाहिए ओर 1 साल से लेकर 3 साल के बच्चों को हर दिन 7 मिली ग्राम आयरन शरीर में मिलना चाहिए। एवं एक्सपर्ट के मुताबिक 4 साल से लेकर 8 साल बच्चों को हर दिन 10 मिली ग्राम आयरन शरीर में चाहिए। और 9 से लेकर 13 साल बच्चों को हर दिन 8 मिली ग्राम आयरन शरीर में लगता है।
छोटे बच्चों में आयरन कम होने से कोण-कोण लक्षण दिखाई पड़ता है ?
एक्सपर्ट के मुताबिक जब छोटे बच्चों के शरीर में आयरन की मात्रा कम होने लगता है। उस समय शरीर में कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। 1) छोटे बच्चों में आयरन कमी होने से एक्सपर्ट के मुताबिक बहुत ज्यादा ही चिड़चिड़ापन हो जाते हैं।
2) छोटे बच्चों में आयरन कम होने से सांस लेने में तकलीफ़ होते हैं। 3) छोटे बच्चों में आयरन कम होने से त्वचा पीले होने लगता है। 4) एक्सपर्ट के मुताबिक जब शरीर में छोटे बच्चों को आयरन की कमी होने से शरीर के वजन कम होने लगता है। एक्सपर्ट के मुताबिक वजन कम होना भी एमिनीया नामक बिमारी के लक्षण है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई , दावों की health paswanblog live पुष्टि नहीं करता है। केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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