Skip to main content

Posts

विटामिन डी शरीर में (D) कम होने के कराण बाल झड़ते हैं ?

विटामिन डी शरीर में (D) कम होने के कराण बाल झड़ते हैं ? एक्सपर्ट के मुताबिक जब शरीर में विटामिन डी (D) कम हो जाता है। उस समय बाल झड़ने लगते हैं। ये सब जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा। किस कराण शरीर में विटामिन डी कम होने लगता है।  विटामिन डी (D) बहुत सारे कराणों  से शरीर में कम होने लगता है। विटामिन डी के सबसे मुख्य स्रोत सुर्य के रोशनी के द्वारा शरीर में विटामिन डी प्राप्त होता है। मतलब एक्सपर्ट के मुताबिक जो लोग अपने शरीर में सुर्य के रोशनी नहीं लेते हैं । उन सब को विटामिन डी शरीर में ठीक तरह से नहीं मिलता है । इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक हम सब को हमेशा ही शरीर को सुर्य के रोशनी लेना चाहिए, क्योंकि बिना सुर्य के रोशनी लिऐ आपको विटामिन डी प्राप्त नहीं हो सकता है। और सुर्य रोशनी के अलावा शरीर को विटामिन डी के लिए अंडे, मछली,फल, एवं सब्जियां खाने से ही शरीर में विटामिन डी प्राप्त होता है। अगर शरीर में विटामिन डी कम होने लगता है उस समय बाल स्वस्थ नहीं रहता है और बाल झड़ने लगते हैं। 1) विटामिन डी अंडे खाने से मिलता है। 2) मछली के द्वारा भी विटामिन डी शरीर में प्राप्त...

टाईफाइड बुखार वाले व्यक्ति का झूठे खाना नहीं खाना चाहिए ?

टाईफाइड बुखार वाले व्यक्ति का झूठे खाना नहीं खाना चाहिए  ? टाईफाइड बुखार कोई एक साधारण बुखार नहीं है। यह एक संक्रमण बुखार है,ये टाईफाइड बुखार हर किसी को नहीं होता है, क्योंकि टाईफाइड बुखार उन्हीं सब को होता है। जो लोग अपने आप में सचेत नहीं रहता है, मतलब अपने शरीर को सही से देख भाल नहीं करते हैं। उन सब को टाईफाइड बुखार आने का डर बना रहता है। टाईफाइड बुखार क्यों होता ह ? टाईफाइड बुखार क्यों होता है ? एक्सपर्ट के मुताबिक टाईफाइड बुखार होने के बहुत सारे कराण माना जाता है। जैसे में की साल्मोनेला बैक्टीरिया नामक जीवानू के कराण ही हमलोगों के शरीर में टाईफाइड बुखार होने लगता है। और साल्मोनेला बैक्टीरिया किस कराण जन्म लेता है। क्यों जन्म लेता है। ये सब जानने के लिए आपको ये पुरी आर्टिकल पढ़ने पड़ेगा।  1) दूशीत पानी एवं दूशीत भोजन खाने -पीने से टाईफाइड बुखार शरीर में आने लगता है। क्योंकि दूषित पानी एवं दूषित भोजन में साल्मोनेला बैक्टीरिया जिवानु पैदा हो जाता है। जिसके कारण शरीर में टाईफाइड बुखार होता है।  2) खाने से पहले हाथ ना धोने से  3) टाईफाइड बुखार से पीड़ित व्यक्तियों का ...

पालक (spinach)साग खाने के फेदा क्या -क्या है

                                      (Spinach) पालक(Spinach) साग हम सब को क्यों खाना चाहिये क्योंकी पालक साग में बहुत सारे गुण पाया जाता है चलिये जानते है इस लेख में पालक के फायदे – Benefits of Spinach  लेख के इस भाग में आइए सबसे पहले हम बात करते हैं कि सेहत लिए पालक कैसे फायदेमंद साबित हो सकता है। 1. वजन घटाने के लिए अगर आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं, तो पालक साग के सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिल सकता है। ऐसा इसलिए संभव हो सकता है, क्योंकि पालक में वजन घटाने संबंधित गुण पाए जाते हैं। दरअसल, वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप कैलोरी की कम मात्रा का सेवन करें। पालक एक कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जिसे आहार में शामिल कर आप अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करने का काम कर सकते हैं 2. कैंसर में कैंसर के लिए भी पालक का प्रयोग फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, पालक बीटा कैरोटीन और  विटामिन-सी से समृद्ध होता है और ये दोनों पोषक तत्व विकसित हो रही कैंसर कोशिकाओं से सुरक्षा प्रदान...

छठ पर्व करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते इसके पीछे क्या कारण है ?

छठ पर्व करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते इसके क्या कारण है ? छठ पर्व  करने वाले तीन दिन तक पानी नहीं पीते इसके क्या कारण है। सबसे पहले ये जानें की हिन्दू धर्म में सबसे अधिक पवित्र और शुद्ध पर्व माना गया है,क्योंकि ये पर्व बहुत ही विश्वाश और आस्था के प्रतीक माना जाता है ।इसलिए आज से नहीं बहुत सदी यों से तीन दिन तक बिना पानी पियें ,छंट पर्व करने वाले  व्रतधारी को ये परम्परा निभाने पड़ते हैं।नहीं तो छंट व्रत सफल नहीं हो पाय गा , और इसके परिणाम भी अच्छा नहीं होता है । क्योंकि अगर कोई छंट करने वाले व्रतधारी तीन दिन के अंदर गलती से पानी पी लेता है तो उसे और उसके परिवार को भी शरीर में बहुत सारे कष्ट  उठाने पड़ते हैं। यही हमारी छटी मईया के अप्रम पार लीला है और यही सत्य है कि जो लोग छंट पर्व करते हैं उन सभी छठव्रतियों को माता कृपा से तीन दिन तक बिना पानी पियें स्वस्थ और मस्त रहते हैं। सबसे पहले छंट पर्व किसने किया था ? सबसे पहले छंट पर्व किसने किया था। ये बहुत रोचक बातें है , क्योंकि आज के समय में पुरी दुनिया जानने चाहते हैं कि आखिर ये छंट पर्व किसने सबसे पहले मनाया था ये रहस्य...

विटामिन सी (C) क्या होता है ?

 विटामिन सी (C )क्या होता है ? विटामिन सी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन है जो की शरीर में बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। और विटामिन सी जल में घुलनशील विटामिन है, विटामिन सी को दुसरे नाम से भी जाना जाता है क्योंकि विटामिन सी का वैज्ञानिक नाम  एस्कॉबिक एसिड के नाम से जाना जाता है। विटामिन सी शरीर में नहीं बनता है, एंव शरीर में विटामिन सी को ज्यादा देर तक स्टोर नहीं रहता है, और एक्सपर्ट के मुताबिक विटामिन सी कारण ही शरीर के घावों को ठीक करने में मदद मिलता है, इसलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन कहलाता है। एवं विटामिन सी के कारण ही शरीर में कोलेजन बनता है और कोलेजन एक प्रोटीन है यही कोलेजन के कराण शरीर में कटे हुए भागों को भरने में मदद करता है। विटामिन सी शरीर में क्या -क्या काम करते हैं ? विटामिन सी शरीर में बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य करते हैं जैसे कि  (1) विटामिन सी के कारण ही शरीर में कोलेजन बनाने में मदद करता है। (2) विटामिन सी के कराण ही शरीर में जो घावों को ठीक करने में मदद करता है।  (3) विटामिन सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जिसके कारण शरीर के त्वचा को हम...

अधिक ठंडे पानी पीने से बचें ?

 अधिक ठंडे पानी पीने से बचें ? एक्सपर्ट के मुताबिक अधिक ठंडे पानी पीने से बचना चाहिए क्योंकि अधिक ठंडे पानी पीने से शरीर में बहुत सारे बिमारी पकड़ने के डर बना रहता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक हम सब को हमेशा ही अधिक ठंडे पानी पीने से बचना चाहिए। बहुत सारे लोग ठंडे पानी पीने के बहुत शौकीन होते हैं ,क्योंकि जब कोई व्यक्ति गर्मी के मोशाम में बेहाल होकर अपने -अपने घर, ओफिशा स्कूल, कोलेज, इत्यादि जगह पहुंचते हैं ओर तुंरत ही ठंडी पानी पीने लगते हैं। जिसके कारण बहुत सारे शरीर में बिमारी पकड़ने के डर बना रहता है। इसलिए एक्सपर्ट के मुताबिक हम सब को हमेशा ही अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अधिक ठंडे पानी पीने से बचना चाहिए। अधिक ठंडे पानी पीने से कोण- कोण से बिमारी पकड़ने लगता है ? अधिक ठंडे पानी पीने से शरीर में कोण -कोण से बिमारी पकड़ने लगता है, चलिए जानते हैं इस लेख के माध्यम से  1) अधिक ठंडे पानी पीने से दिल के बिमारी होने के डर रहता है। 2) अधिक ठंडे पानी पीने से शर्दी -जुकाम होने के डर बना रहता है। 3) अधिक ठंडे पानी पीने से शरीर के हड्डियों कमजोर हो जाता है। 4) पचान तंत्र कमजोर हो...